बल तथा गति के तीनों नियम

हेलो दोस्तों आज हम जानेंगे "बल तथा गति के तीनो नियम क्या हैं" इसकी पूरी जानकारी विस्तार से, न्यूटन के गति सम्बंधित नियम जानने के लिए सबसे पहले तो आप को बल को समझना पड़ेगा।तो चलिए पहले तो बल बारे में जानते है की बल क्या होता है इसका गति के नियम से क्या संबध है।


बल तथा गति के तीनों नियम

बल (force )

हमारे दैनिक जीवन में अक्सर यह होता है की कोई वस्तु तब तक स्थिर रहती है जब तक कि उसे खींच या धक्का नहीं दिया जाए।इसी प्रकार गतिशील वस्तु को रोकने के लिए भी गती के विपरीत धक्का लगाया जाता है इन सभी स्थितिओं में एक बाह्य कारक की आवश्यकता होती है जिसे बल कहते है।
            F=ma 
जहाँ m वस्तु का द्रव्यमान है तथा a वस्तु का त्वरन है 

दूसरे शब्दों में, वह कारक जो किसी स्थिर वस्तु को गतिशील या गतिशील वस्तु को स्थिर कर देता है बल कहलाता है।

बल का मात्रक(Unit of force )

बल का मात्रक A(M. K. S)पद्धति में न्यूटन तथा (C. G. S) ME डाइन व (F. P. S) में पाउंड होता है।

बल के कुछ महत्वपूर्ण विन्दु

  1. बल के कारण वस्तु में त्वरण या मंदन उत्पन्न होता है
  2. बल के कारण वस्तू की आकृति या आकार में परिवर्तन संभव है
  3. वस्तु पर बल लगाने के लिए उसे छूना आवश्यक नहीं है
  4. यदि किसी वस्तु पर एक या अधिक बल लगे हो और वस्तु विराम अवस्था में हो तो यह बोलो कि संतुलन की स्थित होती है

न्यूटन के गति संबंधित तीनो नियम

जबकि न्यूटन के गति के नियम आज हमें स्पष्ट प्रतीत हो सकते हैं, सदियों पहले उन्हें क्रांतिकारी माना जाता था। गति के तीन नियम हमें यह समझने में मदद करते हैं कि वस्तुएं कैसे व्यवहार करती हैं जब वे स्थिर या रुकी होती हैं, जब चलती हैं और जब उन पर कोई बल कार्य करते हैं। यह लेख सर आइजैक न्यूटन के गति के नियमों का विवरण और उनके अर्थ का सारांश है।

न्यूटन के गति का पहला नियम (newton's first law of motion )

इस नियम के अनुसार यदि कोई वस्तु स्थिर है तो अस्थिर ही रहेगी तथा गतिशील है तो नियत वेग से गतिशील ही रहेगी जब तक उस पर कोई वाहन संतुलित बल कार्य नहीं करता है इसे जड़त्व का नियम भी कहते हैं

गति के प्रथम नियम के उदाहरण 

1.एक आदमी बस में स्वतंत्र रूप से खड़ा है जब बस अचानक चलना प्रारंभ करती है तब वह पीछे की ओर गिरता है जब बस अचानक चलना प्रारंभ करती है तो बस कि गत के लिए आवश्यक बल शरीर के निचले भाग में ही संचालित होता है अतः शरीर का निचला भाग बस के साथ ही गतिमान होता है जबकि शरीर के ऊपरी भाग में विराम के जड़त्व के कारण कोई पल संचालित नहीं होता अतः यह हिस्सा अपने पूर्व आस्था में ही रहता है किस प्रकार शरीर के दो हिस्सों के बीच परिणामी विस्थापन होने से शरीर के ऊपरी हिस्से को पीछे की ओर झटका लगता है
2.चलती ट्रेन से कूदने पर व्यक्ति आगे की ओर गिरने लगता है।

न्यूटन का गति का द्वितीय नियम (newton's second law of motion)

किसी वस्तु के संवेग में परिवर्तन की दर उस पर आरोपित वाहन असंतुलित बल के समानुपाती होती है तथा संवेग में परिवर्तन बल की दिशा में होती है।
बल तथा गति के तीनों नियम

न्यूटन का गति का तृतीय नियम (newton's thirds law of motion)

नियम को क्रिया प्रतिक्रिया का नियम भी कहते हैं
प्रत्येक क्रिया की समान पपरिणाम तथा विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है तथा क्रिया व प्रतिक्रिया बल भिन्न-भिन्न बल पर आरोपित होते हैं

न्यूटन का गति का तृतीय नियम का उदाहरण

करने की क्रिया न्यूटन के तृतीय नियम से संभव है
जब राइफल चलाई जाती है तो गोली किस फल से आगे बढ़ती है राइफल पर उतना ही बल पीछे की ओर लगता है
जब कोई व्यक्ति किसी पर चलता है तो वह पैर के पंजों के द्वारा तिलक वाली ऐप से प्रकृति जो पीछे की ओर दबाव डालता है पृथ्वी भी उतना ही बल विपरीत दिशा में लगाती है

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1.गति के तीन नियमों की खोज किसने की?

सर आइजैक न्यूटन ने गति के तीन नियमों की खोज की।

2.गति के नियम क्यों महत्वपूर्ण हैं?

न्यूटन के नियम आवश्यक हैं क्योंकि वे हर उस चीज़ से संबंधित हैं जो हम दैनिक जीवन में करते हैं या देखते हैं। ये कानून हमें बताते हैं कि चीजें कैसे चलती हैं या स्थिर रहती हैं, हम अपने बिस्तर से क्यों नहीं तैरते या अपने घर के फर्श से गिरते नहीं हैं।

3.न्यूटन के गति के नियम क्या हैं?

न्यूटन के गति के नियम किसी वस्तु की गति और उस पर कार्य करने वाले बलों के बीच संबंध को दर्शाते हैं। पहले नियम में, हम समझते हैं कि कोई वस्तु अपनी गति को तब तक नहीं बदलेगी जब तक कि उस पर कोई बल कार्य न करे। दूसरा नियम कहता है कि किसी वस्तु पर लगने वाला बल उसके त्वरण के द्रव्यमान गुणा के बराबर होता है। और, अंत में, तीसरा नियम कहता है कि प्रत्येक क्रिया के लिए एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।

4.न्यूटन के गति के नियम और केप्लर के गति के नियमों में क्या अंतर है?

न्यूटन के गति के नियम सामान्य हैं और किसी भी गति पर लागू होते हैं, जबकि केप्लर के गति के नियम केवल सौर मंडल में ग्रहों की गति पर लागू होते हैं।

5.न्यूटन के गति के पहले, दूसरे और तीसरे नियम के दैनिक जीवन के कुछ उदाहरण क्या हैं?
  • वायुमंडल के माध्यम से गिरने वाली गेंद की गति, या एक मॉडल रॉकेट को वायुमंडल में लॉन्च किया जा रहा है, दोनों न्यूटन के पहले नियम के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
  • साइकिल चलाना न्यूटन के दूसरे नियम का एक अच्छा उदाहरण है। इस उदाहरण में, साइकिल द्रव्यमान है। पैर की मांसपेशियों को साइकिल के पैडल पर धकेलने वाला बल है।
  • आप एक दीवार को एक निश्चित मात्रा में बल से मारते हैं, और दीवार उतनी ही मात्रा में बल लौटाती है। यह न्यूटन के तीसरे नियम का उदाहरण है।
उम्मीद करता हूँ की बल तथा गति के तीनों नियम आपको अच्छे से समझ में आया होगा। ऐसे और जानकरी के लिए आप mathtricks पर ले सकते है।
Previous
Next Post »