चुम्‍बक क्‍या है।प्रकार।उपयोग।और यह कितने प्रकार की होती है

चुम्‍बक क्‍या है।प्रकार।उपयोग।और यह कितने प्रकार की होती है

चुम्‍बक क्‍या है? 

वह पदार्थ जिसमे लौह, लौह चूर्ण या चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण हो उसे चुम्बक कहते हैं।

चुम्बकीय बल रेखाएं
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वह रास्ता जिस हर एक यूनिट नार्थ पोल चल सके अगर उसको स्वतन्त्र रूप से चुम्बकीय क्षेत्र में चलने दिया जाय, चुम्बकीय बल रेखा कहलाती है।
चुम्‍बक क्‍या है।प्रकार।उपयोग।और यह कितने प्रकार की होती है

चुम्बकीय बल रेखाओं की विशेषताए
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1. चुम्बकीय बल रेखाएं उत्तर से निकलती हैं और दक्षिण की और जाती हैं।
2. चुम्बकीय बाल रेखाओं के लिए कोई भी पूर्ण कुचालक नहीं है।
3. चुम्बकीय बाल रेखाएं एक दूसरे को कभी नही काटती हैं।
4. वह छोटे से छोटा रास्ता अपनाने की कोशिश करती हैं।

चुम्बकीय आकर्षण
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यदि दो विपरीत ध्रुव एक दूसरे के निकट लाये जाये तो उनमे एक बल का अनुभव होता है और दोनों ध्रुव एक दूसरे के निकट आते हैं इसी को चुम्बकीय आकर्षण कहते हैं।

चुम्बकीय क्षेत्र
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किसी चुम्बक के आस-पास के क्षेत्र में जहां तक चुम्बकीय बल रेखाएं हो और उनके प्रभावों को महसूस किया जा सकता हो, चुम्बकीय क्षेत्र कहते हैं।

चुम्बकीय फ्लक्स
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चुम्बक के चारो ओर बल रेखाओं की कुल संख्या चुम्बकीय फ्लक्स कहलाती हैं।

चुम्बक के कितने ध्रुव होते है? 
चुम्बकीय ध्रुव
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चुम्बक के दो सिरे जहां की चुम्बकीय क्षेत्र सर्वाधिक होता है चुम्बकीय ध्रुव कहलाते हैं।

             चुंबक कितने प्रकार के होते हैं? 

चुम्बक दो प्रकार के होते हैं. 

1.लोहचुम्बकीय पदार्थ
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निकिल, कोबाल्ट, लोहा तथा स्टील और कई प्रकार के मिश्रित धातुओं के पदार्थ जो चुम्बक के प्रति बहुत ज़्यादा आकर्षित होते हैं। इन पदार्थो को लोहचुम्बकीय पदार्थ कहा जाता है। इन लौहचुम्बकीय पदार्थो को चुम्बक बनाने में अधिक काम में लाया जाता है क्योंकि इन पदार्थो में शक्ति की चुम्बकीय रेखायें आसानी से आर पार नहीं होती हैं। इन पदार्थो के लिये एक निर्धारित तापमान होता है इस तापमान को क्यूरी तापमान कहते हैं। यदि इससे ऊपर तापमान इन पदार्थो में दिया जाये तो ये पदार्थ अपना चुम्बकीय आकर्षण शक्ति खो देते हैं और पराचुम्बकीय चुम्बक बन जाते हैं।

2.प्रतिचुम्बकीय पदार्थ
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एन्टिमोनी, विस्मथ तथा जिंक जैसे पदार्थ चुम्बक से बहुत जल्दी पृथक हो जाते है तथा ऐसे पदार्थ जो चुम्बक के पास लाया जाये तो वे अपने आप को अक्ष बनाकर ध्रुव के साथ सीधे खडे़ हो जाते है ऐसे पदार्थो को प्रतिचुम्बकीय पदार्थ कहा जाता हैं।

3.पराचुम्बकीय पदार्थ
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पैलेडियम, मैंगनीज तथा प्लैटीनम जैसे पदार्थ चुम्बकों द्वारा स्वतन्त्र रूप से आकर्षित होते हैं, जब इन पदार्थो को चुम्बक के पास लाया जाता है तो ये पदार्थ अपने आप को लम्बें अक्षों के सहारे ध्रुव के स्थिर खडे़ हो जाते हैं ऐसे पदार्थो को पराचुम्बकीय पदार्थ कहा जाता हैं।


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